September 7, 2025
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अभिनव न्यूज़, नेटवर्क। राजस्थान में मानसून एक बार फिर पूरी रफ्तार पकड़ लिया है। शुक्रवार को हुई तेज बरसात ने कई जिलों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और बारां में हालात बाढ़ जैसे बन गए हैं। मौसम विभाग ने शनिवार को भी राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज के दिन भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में खास तौर पर ज्यादा बरसात की संभावना जताई गई है। हालात को देखते हुए 9 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।

राहत-बचाव के लिए सेना की मदद

कोटा संभाग में हालात बिगड़ते देख प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सेना को भी बुलाना पड़ा। बूंदी के नैनवां कस्बे में 9 घंटे में 13 इंच तक बारिश दर्ज की गई। वहीं भीलवाड़ा के बिजौलिया में 24 घंटे में 166 मिमी पानी गिरने से पंचानपुरा बांध ओवरफ्लो हो गया और एरू नदी उफान पर आ गई। कई इलाकों में लोगों को सुरक्षित निकालना पड़ा।

सवाई माधोपुर और कोटा सबसे ज्यादा प्रभावित

सवाई माधोपुर में सूरवाल बांध के पास नाव पलटने से हड़कंप मच गया। नाव में 10 लोग सवार थे, जिनमें से 3 को सुरक्षित निकाल लिया गया। लगातार बारिश से नेशनल हाईवे-552 की पुलिया बह गई, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। पुराने शहर में घरों में पानी घुस गया और रेलवे स्टेशन की पटरियां डूब गईं, जिससे पांच ट्रेनें प्रभावित हुईं।

सड़कों पर भरा 4 फीट तक पानी

कोटा में भी हालात बेहद खराब रहे। कई कॉलोनियां और बाजार पानी में डूब गए। सुल्तानपुर कस्बे में सड़कों पर चार-चार फीट तक पानी भर गया। पुलिस की गाड़ी भी पानी में फंस गई, जिसे ट्रैक्टर से बाहर निकाला गया। शुक्रवार सुबह कोटा बैराज के तीन गेट खोलने पड़े।

स्कूल बंद और जनजीवन प्रभावित

भारी बरसात के चलते चित्तौड़गढ़, बारां, टोंक, सवाई माधोपुर, झालावाड़, कोटा, बूंदी, डूंगरपुर और भीलवाड़ा में शनिवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। बांसवाड़ा में माही बांध के गेट खोलने के बाद बेणेश्वर धाम टापू में बदल गया है।