

अभिनव न्यूज़, नेटवर्क। राजस्थान में मानसून की अत्यधिक भारी वर्षा के चलते कई जिलों में तहाबी आ गई है। जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। पानी में बहने से कई लोगों की जाने तक चली गई हैं। जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, झालावाड़, करौली और दौसा समेत कई जिलों में निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। सेना और अन्य एजेंसियों को राहत व बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है। बीते 48 घंटों से राजस्थान में अत्यधिक भारी वर्षा हो रही है। शुक्रवार को बूंदी के नैनवा में 19 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।बारिश के चलते आज कोटा बूंदी में होने वाली RSCIT परीक्षा रद्द कर दी गई है।
सेना की मदद ली गई, सड़क और रेल यातायात बाधित
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना और SDRF टीमों की मदद ली है। जयपुर-कोटा हाईवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पानी भरने के कारण यातायात रोकना पड़ा। बूंदी के लबान क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने के कारण कई ट्रेनों को निकटवर्ती स्टेशनों पर रोकना पड़ा है। बारां जिले में भारी बारिश के चलते कई उपखंडों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी, जिसे ऊर्जा विभाग द्वारा तेजी से बहाल किया जा रहा है। जिले के 12 गांवों में विद्युत सप्लाई बंद है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार यानी 24 अगस्त को कोटा और बूंदी के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा बारां, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर और पाली जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जबकि अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
कई बांधों के गेट खोले गए
भारी बारिश के कारण जलाशयों में जलस्तर बढ़ने से कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं:
- बीसलपुर बांध से: 72,120 क्यूसेक पानी छोड़ा गया
- पांचना बांध (करौली) से: 17,496 क्यूसेक
- ईसरदा बांध से: 14,780 क्यूसेक
- कोटा बैराज से: 12,344 क्यूसेक
- कालीसिंध बांध से: 8,161 क्यूसेक
मानसून औसत से 42% ज्यादा सक्रिय
इस वर्ष मानसून अब तक 42% अधिक सक्रिय रहा है।
- 1 जून से 22 अगस्त तक औसत बारिश: 336.5 मिमी
- वर्ष 2025 में अब तक दर्ज बारिश: 476.8 मिमी