

अभिनव न्यूज़, बीकानेर। देश के जाने-माने उद्योगपति, भामाशाह व समाजसेवी सुन्दरलाल दुग्गड़ का शुक्रवार को कोलकाता में निधन हो गया। वे 74 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। स्वर्गीय दुग्गड़ के छोटे भाई कौशल दुग्गड़ ने बताया कि कोलकाता में उनके पार्थिव देह का दान मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। दुग्गड़ की साधुमार्गी जैन संघ के वर्तमान आचार्यश्री रामलाल जी, पूर्व आचार्य नानालाल जी के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा थी। उन्होंने ही आचार्यश्री रामलाल जी से अपनी जन्मभूमि में चातुर्मास करने की विनती की थी। कुछ दिन पूर्व ही वे देशनोक आए थे।
स्वर्गीय दुग्गड़ ने बीकानेर के पीबीएम में यूरोलॉजी अस्पताल, देशनोक में गौशाला, कन्या स्कूल के निर्माण तथा सेवा कार्यों में बहुत बड़ी राशि का अर्थ सहयोग किया। उन्होंने देश में समता भवन, स्कूल, कन्या कॉलेज निर्माण सहित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अनुकरणीय योगदान दिया। उन्होंने जीवन भर के सेवा, त्याग, और संघ निष्ठा का अनुकरणीय पथ दिखाया। देहदान का संकल्प कर समाज को प्रेरणा दी। अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष चंपालाल डागा, अहिंसा प्रचारक महेश नाहटा, सुशील बैद सहित बीकानेर, देशनोक, नोखा तथा देश के विभिन्न साधुमार्गी संघों के पदाधिकारियों ने भामाशाह दुग्गड़ के निधन को संघ व समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।