July 8, 2025
201

अभिनव न्यूज़, नेटवर्क।  खैरथल की मंजा की शादी इसी साल 21 जनवरी को हिंदू परंपरा से लक्ष्मण से हुई थी। उसे पांच दिन बाद पता चला कि पति ईसाई धर्म अपना चुका है। लक्ष्मण उसे भी ईसाई बनने के लिए विवश करने लगा। वह हिंदू धर्म न छोड़ने पर अड़ी रही। लेकिन दबाव, प्रताड़ना और अपना जीवन बर्बाद होते देख शादी के महज पांच माह बाद 14 जून को उसने आत्महत्या कर ली।

आत्महत्या से पहले 2.12 मिनट का वीडियो बनाया। मंजा ने यह कहानी बताकर राजस्थान में चल रहे धर्मांतरण के खेल को उजागर कर दिया। मंजा अकेली शिकार नहीं है, पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि राजस्थान में दबे-छिपे ढंग से धर्मांतरण करवाया जा रहा है। पूरे राजस्थान में असहाय, निर्धन और सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को ईसाई बनाने के मामले सामने आ रहे हैं।
अब तक जयपुर से लेकर अजमेर, अलवर, भरतपुर, खैरथल-तिजारा, बांसवाड़ा, सिरोही, डूंगरपुर, दौसा, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सलूंबर में कई केस दर्ज हो चुके हैं। धर्म परिवर्तन के लिए डर और प्रलोभनों से लेकर बीमारियां ठीक करने जैसे अंधविश्वास का भी सहारा लिया जा रहा है।

भरतपुर: चंगाई सभा में आओ, 10,000 लो

मथुरा गेट थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 5 जुलाई, 2024 को रवींद्र कुमार सहित 40 पुरुषों और महिलाओं को पकड़ा गया। उन पर चंगाई सभा में माइक पर हिंदू धर्म के आराध्यों के लिए अपमानजनक बातें कहने के आरोप हैं। लोगों को ईसा मसीह की सेवा करने पर ही स्वर्ग मिलने और हिंदू देवताओं की मूर्तियां फेंकने की बातें भी कही।

हनुमानगढ़: डुबकियां लगवाकर बपतिस्मा

सुरेंद्र बिश्नोई ने संगरिया थाने में दर्ज करवाई एफआईआर में बताया कि अप्रैल, 2024 को उन्हें ढाणी में तीन-चार पास्टरों द्वारा 20 लोगों को नहर में डुबकियां लगवाकर बपतिस्मा करवाने की सूचना मिली। मौके पर पास्टर गुरु प्यार सिंह, उसके सहयोगी सिखों और बिहारी श्रमिकों का बपतिस्मा करवाकर प्रलोभन दे रहे थे।

झुंझुनूं में धर्मांतरण का मामला

30 साल के देवेंद्र कुमार ने सिंघाना थाने में एफआईआर में कहा कि 13 अक्तूबर, 2024 को गांव डुमोली खुर्द में कुछ लोगों ने ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए ग्रामीणों को भाषण दिए। इनमें महाराष्ट्र के सोलापुर का संजय रणधीवे, पुणे का जयसन वरनाड और पुणे का ही शंकरलाल शामिल थे। एक लड़की ने भाषण में लोगों को ईसाई बनने के लिए कई प्रलोभन दिए और हिंदू धर्म के लिए अपमानजनक बातें कहीं।

राजस्थान में धर्म परिवर्तन विधेयक आखिर क्या है?

धर्म परिवर्तन विधेयक से जबरन धर्म परिवर्तन करवाने वाले लोगों पर अकुंश लगाया जा सकेगा। अगर कोई भी व्यक्ति किसी को धोखे से, प्रलोभन देकर या धमकी देकर दूसरे धर्म में धर्मांतरित करता है तो उसे गैर कानूनी माना जाएगा। इस विधेयक में आरोप सिद्ध होने पर उसके लिए कठोर सजा का प्रावधान रखा गया है। कोई व्यक्ति अगर किसी का धर्म परिवर्तन कराकर उससे विवाह करता है तो कोर्ट उसे अमान्य घोषित कर सकता है।

धर्मांतरण विधेयक के सख्त प्रावधान

-धर्मांतरण विधेयक में लव जिहाद और धर्मांतरण पर कठोर सजा का प्रावधान।
-नए क़ानून के तहत ज़बरन धर्मांतरण पर 3 से 10 साल की सजा।
-मर्ज़ी से धर्म परिवर्तन करने पर 60 दिन पहले जिला कलेक्टर को देनी होगी सूचना।
-फैमिली कोर्ट, लव जिहाद करने वाले व्यक्ति का विवाह कर सकता है रद।
-यह कृत्य नॉन बेलेबल ऑफेंस अपराध माना जाएगा।
-एक से अधिक बार अपराध करने वालों को दो गुना तक सजा होगी।